कौन सी मोमबत्ती पहले बुझेगी Which candle will be extinguished first.
नोट: यह गतिविधि करके देखने के बाद ज्यादा समझ आएगा।
नोट: यह गतिविधि करके देखने के बाद ज्यादा समझ आएगा।
आवश्यक सामग्री: तीन मोमबत्तियाँ समान मोटाई की (छोटी, मध्यम, बड़ी), एक काँच का जार या बेलजार, माचिस।
कारण: कार्बन डाई आक्साइड गैस हवा से भारी होती है और जलने के लिए वायु की आवश्यकता व आक्सीजन की अनिवार्यता।
कार्य विधि: तीनो आकार की मोमबत्तियाँ एक पंक्ति में क्रमवार लगा लेते है, उन्हें जला लेते है फिर काँच का जार चित्रानुसार उल्टा कर के उन मोमबत्तियों के उपर रख देते है।
अब क्या आप बता पायेंगे कि कोन सी मोमबत्ती पहले बुझेगी??
सब कहेंगे छोटी वाली परन्तु कुछ कहेंगे कि तीनों एक साथ बुझेंगी
परन्तु ये क्या ??
ये क्या न तो तीनों एक साथ बुझी और न ही छोटी पहेले बुझी!
सब से पहले बड़ी फिर मध्यम और फिर छोटी मोमबत्ती बुझी!
ऐसा क्युं ?? : ऐसा इसलिए कि कार्बन डाई आक्साइड गैस हवा से भारी होती है। तीनों मोमबत्तियों के एक साथ जलने पर आक्सीजन की खपत शुरू होती है। उपर की आक्सीजन(वायु) नीचे से आई ऊष्मा के कारण नीचे भागती है और ऊपर बड़ी मोमबत्ती के चारों और कार्बन डाई आक्साइड गैस का घेरा बनना शुरू होता है जो उस की आक्सीजन की पूर्ति को रोकता है। लेकिन नीचे वाली सब से छोटी मोमबत्ती को अंत तक आक्सीजन मिलती रहती है।
एक सर्वमान्य व्याख्या: जलती लौ से पैदा हुइ वायु गरम होने के कारण उसका घनत्व ( Density ) कम होने के कारण जार के उपर जमा होती रहेगी और जमा होते होते उसका लेवल उपर से नीचे की और आता जायेगा. जैसे उसका लेवल बडी मोमबत्ती तक आयेगा तो बडी मोमबत्ती को बुझा देगा क्योंकि गरम हवा मे ओक्सीजन की कमी रहेगी. तब तक छोटी मोम्बत्तीयो को नीचे की ठन्डी हवासे ओक्सीजन मिलती रहती है. धीरे धीरे गरम हुइ हवा उपर से नीचे की और आती जायेगी और मोमबत्तीया बुझती जायेगी। यहां वायु का तापमान और उसकी घनता का रीलेशन बायल्स के नियम के अनुसार काम करता है। समान तापमान मे कार्बन डाईक्साइड हवा से भारी रहती है परतु गरम CO2 हवा से हलकी होने के कारण उपर जमा हो के नीचे की और भागती है।
अगर वीडियो देखना हो तो यहां देखा जा सकता है।
इस के कई कारण बताये जाते है मेरे द्वारा लगाई गयी कक्षाओं में यह प्रयोग गर्मागर्म बहस का मुद्दा रहता है कोई नया कारण समझ में आता हो तो कृपया टिप्पणी में डाल दे।
एक सर्वमान्य व्याख्या: जलती लौ से पैदा हुइ वायु गरम होने के कारण उसका घनत्व ( Density ) कम होने के कारण जार के उपर जमा होती रहेगी और जमा होते होते उसका लेवल उपर से नीचे की और आता जायेगा. जैसे उसका लेवल बडी मोमबत्ती तक आयेगा तो बडी मोमबत्ती को बुझा देगा क्योंकि गरम हवा मे ओक्सीजन की कमी रहेगी. तब तक छोटी मोम्बत्तीयो को नीचे की ठन्डी हवासे ओक्सीजन मिलती रहती है. धीरे धीरे गरम हुइ हवा उपर से नीचे की और आती जायेगी और मोमबत्तीया बुझती जायेगी। यहां वायु का तापमान और उसकी घनता का रीलेशन बायल्स के नियम के अनुसार काम करता है। समान तापमान मे कार्बन डाईक्साइड हवा से भारी रहती है परतु गरम CO2 हवा से हलकी होने के कारण उपर जमा हो के नीचे की और भागती है।
अगर वीडियो देखना हो तो यहां देखा जा सकता है।
द्वारा: दर्शन बवेजा, विज्ञान अध्यापक, यमुना नगर, हरियाणा।
इसे तो करके देखना ही होगा जी।
ReplyDelete