Salt Solution is a good conductor of electricity नमक का विलयन विद्युत का सुचालक
आवश्यक सामग्री: एक बैटरी, एक बजर, एक एलईडी, एक स्विच, संपर्क तारें, पानी, नमक, एक बीकर या कोई भी कांच का पात्र।
क्यों/कैसे? नमक को जब पानी में घोला जाता है तो वह सोडियम और क्लोराइड में टूट जाता है इस कारण नमक का घोल आयनों की उपस्थिति के कारण विद्युत का सुचालक बन जाता है।
Sodium Chloride is an ionic compound which consists of Sodium ion and Chloride ion. In solid form bond between these two is very strong. But in water the ions become free and move randomly. These ions are charge carriers and thus responsible for electricity conduction.
प्रयोग विधि: बैटरी, एलईडी, बजर व स्विच को परिपथ के अनुसार तैयार कर लेते हैं। एक बीकर थोड़ा सा जल लेकर उसमें 1 ग्राम नमक घोल लेते हैं। स्विच को ऑन कर के परिपथ के दोनों सिरों के तार को पानी में डूबते हैं तो हम देखते हैं कि एलईडी प्रकाश देती है वह बजर आवाज उत्पन्न करता है। ऐसा क्यों होता है ? नमक को पानी में घोलने पर वह सोडियम व क्लोराइड में विभक्त हो जाता है। यह आयन युक्त जल विद्युत का सुचालक हो जाता है। इसमें परिपथ में बजर लगाने का मकसद यह है कि यदि इस उपकरण को कोई दिव्यांग (दृष्टिहीन) विद्यार्थी प्रयोग करना चाहे तो वह बजर की आवाज सुनकर नमक के घोल का सुचालक होना या कुछ अलग होने का पता लगा सकता है।
अगर आप को इस गतिविधी का वीडियो देखना हो तो यहाँ देख सकते हैं।
द्वारा: दर्शन बवेजा, विज्ञान अध्यापक, यमुना नगर, हरियाणा
वाह वाह सर जी करंट मारे ओ नमकीन पानी करंट मारे।
ReplyDeleteVery informative and creative blog....Keep continue 👍
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