एक दिवसीय विज्ञान स्वभाव कार्यशाला का आयोजन टेरी कुरुक्षेत्र में हुआ।
कुरुक्षेत्र स्थित टेरी पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों व अध्यापकों के लिए 'एक दिवसीय विज्ञान स्वभाव कार्यशाला' का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों व अध्यापकों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं अध्यापकों में साइंटिफिक टेम्परामेंट विकसित करना व विज्ञान शिक्षा के प्रति रुचि उत्पन्न करना था। टेरी कुरुक्षेत्र व आसपास वैज्ञानिक चेतना के विकास से संबंधित बहुत सी गतिविधियों का आयोजन करता रहता है।
कार्यशाला के पहले चरण में ग्वालियर (मध्य प्रदेश) से मशहूर रिसोर्स पर्सन श्री जितेंद्र भटनागर ने विभिन्न गतिविधियों के जरिए तथाकथित चमत्कारों का पर्दाफाश किया। उन्होंने हवन कुंड में अग्नि प्रकट होना, अग्निस्नान, सम्मोहन व आग खाना जैसे बहुत से अन्य चमत्कारों के पीछे के विज्ञान को प्रायोगिक रूप से समझाया।
दूसरे चरण में यमुनानगर के विज्ञान अध्यापक एवं विज्ञान संचारक दर्शन लाल बवेजा ने विद्यार्थियों व अध्यापकों को कम व शून्य लागत के विज्ञान प्रयोग करने सिखाये। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी अपने आसपास से ही उपलब्ध सामग्री का प्रयोग करके पाठ्यक्रम आधारित आधारित विभिन्न गतिविधियों को कर सकता है।
विद्यार्थियों ने इन प्रयोगों को सीखने में अपने हाथ से करके देखने में बहुत रुचि दिखाई। उन्हें इन विज्ञान गतिविधियों को करने में 'सीखने का आनंद' प्राप्त हुआ। बच्चे बहुत उत्साहित थे कि उनको इतने साधारण प्रयोग सीखने को मिल रहे हैं कि जो बिना किसी उपकरण के साधारण उपलब्ध सामान के किये जा सकते हैं।
कार्यशाला के तीसरे चरण में यमुनानगर के गौरव कुमार ने दिन के समय की जा सकने वाली खगोल विज्ञान की गतिविधियों को करना सिखाया। उन्होंने टेलीस्कोप से अवलोकन करना व प्रारंभिक टेलीस्कोप बनाना सिखाया। परावर्तक दूरदर्शी की रचना व सिद्धांत को समझाया।
इस कार्यशाला के आयोजन में इंडियन रिसर्च एंड डेवलपमेंट एसोसिएशन इरादा कुरुक्षेत्र का विशेष योगदान रहा। कार्यशाला में इरादा के सचिव श्री राजपाल पांचाल ने अपने संबोधन में बताया कि विज्ञान ही मनुष्य में खोजी प्रवृत्ति व दूरदर्शिता उत्पन्न करता है। वैज्ञानिक नजरिए के होने से व्यक्ति अंधविश्वासों के जंजाल में नहीं फंसाता। इस एक दिवसीय साइंस प्रमोशन वर्कशॉप में में सभी रिसोर्सेज इरादा द्वारा उपलब्ध कराए गए थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजेश गुप्ता जो एक जाने माने माने वैज्ञानिक एवं उद्योगपति है उन्होंने गत दिनों आयेजित टेरी ओलंपियाड में विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार, सम्मान चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि उनकी कामयाबी का राज उनका साइंटिफिक टेम्परामेंट ही है आज वह जिस मुकाम पर पहुंचे हैं उसमें उनकी उनके वैज्ञानिक स्वभाव का बहुत बड़ा योगदान रहा है। टेरी कुरुक्षेत्र के चीफ एडवाइजर डॉ0 एमपी गुप्ता ने अपने संबोधन में बताया कि आज तकनीकी का युग है जो व्यक्ति तकनीकी में दक्ष है वही नये भारत का निर्माण करेगा इसलिए सभी विद्यार्थी अपने आप को तकनीकी दक्ष बनाने का प्रयास करें। संस्थान के एकेडमिक डायरेक्टर प्रोफेसर विवेक शर्मा ने बतया कि आने वाले दिनों में विज्ञान शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए टेरी द्वारा बहुत सी प्रतियोगिताएं एवं गतिविधियों करवाने जा रहा है। उन्होंने बताया कि टेरी कुरुक्षेत्र पूरे हरियाणा में विशेष आयोजन करेगा जिससे विज्ञान शिक्षा का प्रचार प्रसार हो सके। मौके पर टेरी कुरुक्षेत्र के डायरेक्टर डॉ0 सागर गुलाटी, सचिव इंजी0 आदित्य गुप्ता व संस्थान की चेयरपर्सन मैडम गरिमा ने कार्यक्रम में पधारने पर सभी अध्यापकों, रिसोर्स पर्सन व विद्यार्थियों का धन्यवाद किया।
कुरुक्षेत्र स्थित टेरी पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों व अध्यापकों के लिए 'एक दिवसीय विज्ञान स्वभाव कार्यशाला' का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों व अध्यापकों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं अध्यापकों में साइंटिफिक टेम्परामेंट विकसित करना व विज्ञान शिक्षा के प्रति रुचि उत्पन्न करना था। टेरी कुरुक्षेत्र व आसपास वैज्ञानिक चेतना के विकास से संबंधित बहुत सी गतिविधियों का आयोजन करता रहता है।
कार्यशाला के पहले चरण में ग्वालियर (मध्य प्रदेश) से मशहूर रिसोर्स पर्सन श्री जितेंद्र भटनागर ने विभिन्न गतिविधियों के जरिए तथाकथित चमत्कारों का पर्दाफाश किया। उन्होंने हवन कुंड में अग्नि प्रकट होना, अग्निस्नान, सम्मोहन व आग खाना जैसे बहुत से अन्य चमत्कारों के पीछे के विज्ञान को प्रायोगिक रूप से समझाया।
दूसरे चरण में यमुनानगर के विज्ञान अध्यापक एवं विज्ञान संचारक दर्शन लाल बवेजा ने विद्यार्थियों व अध्यापकों को कम व शून्य लागत के विज्ञान प्रयोग करने सिखाये। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी अपने आसपास से ही उपलब्ध सामग्री का प्रयोग करके पाठ्यक्रम आधारित आधारित विभिन्न गतिविधियों को कर सकता है।
विद्यार्थियों ने इन प्रयोगों को सीखने में अपने हाथ से करके देखने में बहुत रुचि दिखाई। उन्हें इन विज्ञान गतिविधियों को करने में 'सीखने का आनंद' प्राप्त हुआ। बच्चे बहुत उत्साहित थे कि उनको इतने साधारण प्रयोग सीखने को मिल रहे हैं कि जो बिना किसी उपकरण के साधारण उपलब्ध सामान के किये जा सकते हैं।
कार्यशाला के तीसरे चरण में यमुनानगर के गौरव कुमार ने दिन के समय की जा सकने वाली खगोल विज्ञान की गतिविधियों को करना सिखाया। उन्होंने टेलीस्कोप से अवलोकन करना व प्रारंभिक टेलीस्कोप बनाना सिखाया। परावर्तक दूरदर्शी की रचना व सिद्धांत को समझाया।
इस कार्यशाला के आयोजन में इंडियन रिसर्च एंड डेवलपमेंट एसोसिएशन इरादा कुरुक्षेत्र का विशेष योगदान रहा। कार्यशाला में इरादा के सचिव श्री राजपाल पांचाल ने अपने संबोधन में बताया कि विज्ञान ही मनुष्य में खोजी प्रवृत्ति व दूरदर्शिता उत्पन्न करता है। वैज्ञानिक नजरिए के होने से व्यक्ति अंधविश्वासों के जंजाल में नहीं फंसाता। इस एक दिवसीय साइंस प्रमोशन वर्कशॉप में में सभी रिसोर्सेज इरादा द्वारा उपलब्ध कराए गए थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजेश गुप्ता जो एक जाने माने माने वैज्ञानिक एवं उद्योगपति है उन्होंने गत दिनों आयेजित टेरी ओलंपियाड में विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार, सम्मान चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि उनकी कामयाबी का राज उनका साइंटिफिक टेम्परामेंट ही है आज वह जिस मुकाम पर पहुंचे हैं उसमें उनकी उनके वैज्ञानिक स्वभाव का बहुत बड़ा योगदान रहा है। टेरी कुरुक्षेत्र के चीफ एडवाइजर डॉ0 एमपी गुप्ता ने अपने संबोधन में बताया कि आज तकनीकी का युग है जो व्यक्ति तकनीकी में दक्ष है वही नये भारत का निर्माण करेगा इसलिए सभी विद्यार्थी अपने आप को तकनीकी दक्ष बनाने का प्रयास करें। संस्थान के एकेडमिक डायरेक्टर प्रोफेसर विवेक शर्मा ने बतया कि आने वाले दिनों में विज्ञान शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए टेरी द्वारा बहुत सी प्रतियोगिताएं एवं गतिविधियों करवाने जा रहा है। उन्होंने बताया कि टेरी कुरुक्षेत्र पूरे हरियाणा में विशेष आयोजन करेगा जिससे विज्ञान शिक्षा का प्रचार प्रसार हो सके। मौके पर टेरी कुरुक्षेत्र के डायरेक्टर डॉ0 सागर गुलाटी, सचिव इंजी0 आदित्य गुप्ता व संस्थान की चेयरपर्सन मैडम गरिमा ने कार्यक्रम में पधारने पर सभी अध्यापकों, रिसोर्स पर्सन व विद्यार्थियों का धन्यवाद किया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों ने पृथ्वी की परिधि नापने का अंतर्राष्ट्रीय प्रयोग भी किया। इसके साथ ही उन्होंने सोलर नून ज्ञात करने का प्रयोग भी सीखा। विद्यालय के पांच विद्यार्थयों भारत, गगन, हरमन, नैंसी व स्नेहा ने अपने मार्गदर्शक दर्शन लाल बवेजा, गौरव कुमार व राजपाल पंचाल के दिशा निर्देशों अनुसार पृथ्वी की परिधि का प्रयोग करना सीखा।
इस प्रयोग में ब्राजील व फ्रांस देशों के स्कूली विद्यार्थी उनके पार्टनर रहे। विद्यार्थियों ने अपने स्टीक प्रेक्षण से पहली बार में ही एक प्रतिशत से कम त्रुटि के साथ पृथ्वी की परिधि नापी। इस उपलब्धि के लिए उन्हें संस्थान प्रशासन द्वारा बधाई दी गई।
रिपोर्ट:-
Darshan Lal Baweja
रिपोर्ट:-
Darshan Lal Baweja
Science Teacher Cum Science Communicator
Incharge Jamun Eco Club
Secretary C V Raman VIPNET science Club VP-HR 0006 (Platinum category Science club-2017) Yamuna Nagar
Distt. Coordinator NCSC-DST, Haryana Vigyan Manch Rohtak, Science Blogger,
Master Trainer for Low/Zero Cost Science Experiments, Simple Science Experiments, TLM (Science) Developer
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