Saturday, July 16, 2016

राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का प्रशिक्षण कार्यशाला State Level Workshop

राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस की प्रशिक्षण कार्यशाला
14-15 जुलाई को आयोजित हुई विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा एन सी एस टी सी नेटवर्क,

हरियाणा राज्य विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग व हरियाणा विज्ञान मंच के सयुंक्त तत्त्वाधान में हरियाणा में 24वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन का बिगुल बज उठा है। 14 15 जुलाई को जाट भवन रोहतक में हरियाणा विज्ञान मंच रोहतक द्वारा राज्यस्तरीय संसाधन व्यक्ति हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिले से इस कार्यशाला में प्रशिक्षण लेने के लिए विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल, प्रवक्ता रसायन सुमन शर्मा व गौरव कुमार वालिया ने भाग लिया। 
इस कार्यशाला में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विज्ञान संचारक डी रघुनन्दन, सतबीर नागल,
वेदप्रिय, डाक्टर रणवीर सिंह दहिया, डाक्टर महावीर सिंह नरवाल, दीपा कुमारी, कृष्ण वत्स सहित अन्य रिसोर्स पर्सन्स ने सभी आठों उपविषयों पर प्रशिक्षण दिया।
जिला समन्वयक दर्शन लाल ने बताया कि राज्य भर से आये जिला समन्वयकों और अध्यापकों ने सभी उपविषयों व संभावित परियोजनाओं पर विचार विमर्श किया। इस बार का बालविज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय " टिकाऊ विकास के लिए विज्ञान, तकनीक और नवाचार" है. जिसमे आगे आठ उपविषय है।
टिकाऊ विकास, स्वपोषी विकास या समग्र विकास, विकास की वह अवधारणा है जिसमें विकास की नीतियां बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि इससे मानव की न केवल वर्तमान आवश्यकताओं की पूर्ति हो,वरन् लम्बे समय तक मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति होती रहे। टिकाऊ विकास वास्तव में विकास की वह अवस्था है जिसमें मानवीय मूल्यों और पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप प्रभावितों की पीड़ा को दूर करते हुए समाज में आर्थिक समानता व लम्बे समय तक प्रयोग में आने वाले आधारभूत ढाँचे से है।
डी रघुननंदन ने बताया कि किसी शहर के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुदृढ़ व्यवस्था का होना उस शहर के लिये सस्टेनेबल डेवलपमेंट है। जिस कारण लोग निजी वाहनों की निर्भरता से बचेंगें और अधिक यातायात के दुष्प्रभावों जैसे प्रदूषण, दुर्घटना आदि से भी महफूज़ रहेंगे। प्रोफेसर दीपा कुमारी ने ऊर्जा के टिकाऊ संसाधनों पर अपने विचार रखे, जिसमें बहुत सी गैर परम्परागत सतत् विकास की परियोजनाओं पर विमर्श हुआ। 
डॉक्टर महावीर सिंह नरवाल ने कृषि में सस्टेनेबल डेवलॅपमेंट के अंतर्गत कीट पाठशाला के प्रणेता दिवंगत डॉक्टर सुरेन्द्र दलाल के कार्यों पर प्रकाश डाला कि उन्होने किसानो को कीट पाठशाला के अंतर्गत इन्सेक्ट लिटरेसी में इतना ज्ञान दिया गया कि अब उन गावों के किसान (पुरूष, महिला व बच्चे) खेत मे कीटो और पत्तों में सुराख देख कर डरते नहीं हैं उन्हें पता हैं कि इस कीट का प्रकृत्तिक शत्रु इसे स्वत ही समाप्त और देगा और अगर अब कीटनाशक का छिड़काव किया तो वो मित्र व शत्रु दोनों को समाप्त कर देगा। कीट पाठशाला के अंतर्गत कीट साक्षरता कम लागत का टिकाऊ विकास है जो अनुभव हस्तांतरण के अंतर्गत पीढ़ियों तक वितरित और समृद्ध होगा। वेदप्रिय जी ने महत्त्वपूर्ण बिन्दुओ को उठाते हुए टिकाऊ विकास की अवधारणा को समझाया। डॉक्टर आर एस दहिया ने अपने वक्तव्य में बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में टिकाऊ विकास की बहुत आवश्यकता है। जहां 2000 कर्मचारियों की आवश्यकता है वहां 500 के स्टाफ से काम चलाया जा रहा है और स्वास्थ्य कर्मी काम के दबाव में है जबकि उसका सीधा सम्बन्ध लोगों की जिंदगियों से जुड़ा है। सतबीर नागल और कृष्ण वत्स ने बाल विज्ञान कांग्रेस के आयोजन और नियमो सम्बंधित बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।
प्रवक्ता सुमन शर्मा व गौरव कुमार ने बताया की गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष के टोपिक में बाल वैज्ञानिकों के पास परियोजना को करने के लिए विस्तृत दायरा है। जिला स्तरीय अध्यापक कार्यशाला का आयोजन अगस्त में किया जाना प्रस्तावित है। कार्यशाला में राज्य भर से जिला समन्वयकों और अध्यापकों ने भाग लिया।
Darshan Lal Baweja
Science Teacher Cum Science Communicator
Secretary C V Raman Science Club Yamunanagar
Distt. Coordinator NCSC, Haryana Vigyan Manch Rohtak
09416377166


1 comment:

  1. Vigyan hee ekmatra aisa kshetra hai jahan
    n hee Target hota hai
    n hee Uplabdhiyan.....
    ANANTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTTT
    sahriday shubhkamnayen Vaigyanik drishtikon badhane ke Honest Crusade par....

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