गोताखोर (डाईवर) Diver
आवश्यक सामग्री- एक प्लास्टिक का ड्रापर, दो लोहे की वाशर(washer), 2 लीटर वाली कोल्ड ड्रिंक की बोतल, पानी।
सिद्धांत- आर्कमङीज का सिद्धांत, उत्पलावन बल, वस्तु के तैरने या फिर डूबने के सिद्धांत, पनडुब्बी का सिद्धांत।
बनाने की विधि एवं कार्यविधि-
ड्रापर के मध्य में लोहे की वाशर (washer) लगा कर थोडा वजनदार बना लेते है अब बोतल में पानी भरकर ड्रापर को भी तीन चोथाई पानी से भर लेते है अब पानी से तीन चोथाई भरे इस ड्रापर को बोतल में छोड़ देते है यदि सब कुछ बैलेंस वजन ठीक होगा तो ड्रापर एकदम सीधा खड़ा होगा यदि ऐसा नहीं होता है तो हमे एक और वाशर (washer) चड़ा कर ड्रापर का वजन बढ़ना होगा। हमे तब तक प्रयास करते रहना है जब तक पानी से तीन चोथाई भरा यह ड्रापर बोतल के मुँह के पास एक दम सीधा खड़ा न हो जाये अब बोतल के ढक्कन को कसकर बंद कर देते है। अब बोतल को मध्य में से दोनों हाथों से दबाते है तब हम देखते है की ड्रापर एक कुशल गोताखोर की तरह नीचे तली तक आता है और जैसे ही हम आपने दोनों हाथों से बोतल को ढीला छोड़ते है तो गोताखोर उपर आ जाता है।
अब आप ये जानना चाहोगे कि ऐसा क्यों/कैसे होता है जब हम बोतल को बीच में से दबाते है तो दबाव के कारण पानी की कुछ मात्रा ड्रापर में खाली पड़ी 1/3 खाली जगह में चला जाता है जिस कारण ड्रापर का वजन कुछ बढ़ जाता है और आर्कमङीज के सिद्धांत के अनुसार ड्रापर/गोताखोर का भार उसके द्वारा हटाये पानी के भार से अधिक हो जाता है जिस कारण ड्रापर/गोताखोर डूबने लगता है, जैसे ही हम अपने हाथ द्वारा लगाया गया लगाया गया दबाव कम करते है ड्रापर में घुसा पानी बहार आ जाता है और ड्रापर हल्का हो जाता है और वह उपर आ जाता है।
यह मॉडल पेन ,पेन की कैप ,परखनली आदि से भी बनाया जा सकता है यह मॉडल बच्चो में बहुत लोकप्रिय है।
द्वारा- दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक
आपके प्रयास सराहनीय हैं।
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