Friday, May 01, 2015

विज्ञान गतिविधियों लाभान्वित होते विद्यार्थी science activities

विज्ञान गतिविधियों से लाभान्वित होते विद्यार्थी  Science  Activities  in School  
विज्ञान के कम लागत के प्रयोग 
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे कक्षा तत्परता कार्यक्रम CRP के तहत बहुत सी ज्ञानवर्धक गतिविधियाँ आयोजित करवायी जा रही हैं। इन गतिविधियों मे  विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने विज्ञान के कम लागत के प्रयोग करके दिखाये व उनको  बच्चो से भी करवा कर देखा, जिसमें बच्चों ने बहुत आनन्द लिया व ज्ञानार्जन किया। इन प्रयोगों की खास बात यह थी कि ये सारे प्रयोग माडल वेस्ट पदार्थों से बनाए गए थे। 
इन प्रयोगों मे बच्चों को भौतिकी मे विधुतचुम्बकत्वगतिआघूर्णबलगुरुत्वआवेशवायु दबावबरनौलीपास्कलआर्कमिडिजन्यूटनप्रकाश का अपवर्तनप्रकाश का परावर्तनप्रकाश का विक्षेपणविधुत मोटर व डायनमोविधुत फ्लस्कआवेश विसर्जनघर्षणचलचित्रपम्पध्वनि की उत्पत्ति एवं संचरण आदि सिद्धांतों नियमों के नवाचारी प्रयोग करके दिखाये।
कक्षा तत्परता कार्यक्रम (सीआरपी)
प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र धींगड़ा 
प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र कुमार धींगड़ा ने सभी अध्यापकों द्वारा करवाए गए कक्षा तत्परता कार्यक्रम का निरीक्षण किया और बच्चो द्वारा किये गए काम को सराहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण बच्चो मे भी बहुत क्षमताएं होती है उन्हें अवसर और मार्गदर्शन दुए जाने की आवश्यकता रहती है यदि इन बच्चों को उचित प्लेटफार्म व अवसर प्रदान किया जाए तो ये भी अपनी प्रतिभा का और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और कक्षा तत्परता कार्यक्रम  इस मार्ग मे एक सार्थक पहल है। 
नरेंद्र धींगड़ा बताया कि सारे साल स्लेबस पूरा कराने की उलझनों में फसे विज्ञान अध्यापक के पास अब एक बेहतरीन अवसर है कि वो सी आर पी कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विज्ञान गतिविधियां करवा कर बच्चो को विज्ञान शिक्षा के प्रति आकर्षित कर सकता है और साथ ही अपने हुनर का प्रदर्शन करके शिक्षा जगत में अपनी योग्यता भी सिद्ध कर सकता है। इस विज्ञान संचार व जागरूकता कार्य की कमान उन्होंने विद्यालय के विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल को सौपी उन्होंने बालको को खेल खेल में विज्ञान, कम लागत से विज्ञान माडल, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, विज्ञान पजल्स, प्रकृति भ्रमण आदि गतिविधियां करवा कर विज्ञान शिक्षण को और भी मजेदार बना दिया है।
 विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल बवेजा ने बताया कि हरियाणा शिक्षा विभाग ने राज्य के विद्यालयों में प्रवेश उत्सव के दौरान सभी छात्र छात्राओं में पठन-पाठन के प्रति रूचि उत्पन्न करने के लिए कक्षा तत्परता कार्यक्रम (सीआरपीलागू किया है। कक्षा तत्परता कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न उपयोगी गतिविधियां करवाए जाने के आदेश हैं। शिक्षकों को प्रवेश उत्सव के बाद संजिदगी से कक्षा तत्परता कार्यक्रम कार्यक्रम को चलाने आदेश दिए गए हैं। सीआरपी के तहत पहली कक्षा से लेकर बारहवी कक्षा तक के लिए विभाग ने विशेष मॉड्यूल भी विद्यालयों में उपलब्ध हैं
बच्चों के सार्वागीण विकास के तहत उन्हें विज्ञानबैंक प्रणालीसार्वजनिक वितरण प्रणालीडाक घरअल्प बचतस्वास्थ्य सुरक्षासामुदायिक सहयोग भावना का विकासरुचिकर गणितीय
गतिविधियांयोगाप्रकृती भ्रमणजल संरक्षण के तरीकेकीटनाशियों व उर्वरकों के प्रयोग की हानियाँबेस्ट आउट आफ वेस्टदैनिक क्रियाकलापों के वैज्ञानिक सिद्धांत समझनासुलेखकथा लेखनपेंटिंगक्ले मोडलिंगजीवन रक्षा गुरप्राथमिक चिकित्साकिताबों पर जिल्द बाँधना व ठोस कचरा प्रबंधन, पुस्तकालय जाने की आदत विकसित करना, योगासन के जरिये स्वास्थ्य शिक्षा, बच्चो में नैतिक मूल्यों के विकास हेतु राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय नायको के जीवन का परिचय, सम्पूर्ण सवच्छ्ता, लिंगानुपात सम्बन्धित ज्ञान आदि गतिविधयां करवाई जा रही है। 
बालको ने विभिन्न वैज्ञानिक नियमों और सिद्धांतों को दर्शाते विज्ञान माडलो को बनाया और उनका प्रदर्शन किया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे कक्षा तत्परता कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा छह से दस तक के विद्यार्थियों ने अपने द्वारा बनाए गए विज्ञान प्रदर्शों का प्रदर्शन अध्यापको व्कि अन्य बालको के सम्मुख किया। विद्यालय के बच्चे कक्षा तत्परता कार्यक्रम के अंतर्गत बहुत उत्साह से भाग ले रहे हैं और उनको सभी विषयों मे बहुत कुछ नया नया सीखने को मिल रहा है। तीन चार दिनों के अभ्यास
मे ही बच्चे विज्ञान गतिविधियों मे अभूतपूर्व परिणामों का प्रदर्शन कर रहे है। विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल व अन्य अध्यापको के मार्गदर्शन मे अरुण व संतोष सन्तोष ने आज्ञाकारी गेंद बना कर घर्षण को समझा। गगन ने यांत्रिक ऊर्जा को दिखाता कम्पन पंखा बनाया। निर्मला ने रदरफोर्ड का प्रयोग का प्रदर्श बनाया। वंशिका ने सिगरेट के दुष्प्रभाव दिखाता श्वशन तंत्र का वर्किंग माडल बनाया। इतेश ने चुम्बकत्व ने विधुत मोटर का वर्किंग माडल बनाया। 
कक्षा सात के बच्चो ने अपकेन्द्र्ण व अभिकेंद्र्ण बल पर आधारित विज्ञान खिलौना बनाया।किसी ने विधुत प्रेरण पर तो किसी ने वायु दबाव को दर्शाता माडल बनाया। बालकों ने सोलर हाउस, राकेट का माडल, होवरक्राफ्ट व उत्प्लावन बल को समझाता प्रदर्श बना कर अपनी वैज्ञानिक क्षमताओं का प्रदर्शन किया। 

सी आर पी गतिविधियों में विज्ञान किटस् का भी बेहतर उपयोग हो रहा है   

दर्शन लाल ने यह भी बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों को दो दो विज्ञान प्रयोगिक किट्स भी उपलब्ध करवाई गयी हैं जिनमें सौ से भी अधिक विज्ञान गतिविधयां करवाए जाने की सामग्री दी गयी है और यह सामान विज्ञान पाठ्य पुस्तक में वर्णित सभी गतिविधियों को करवाए जा सकने में सक्षम हैं। इन विज्ञान किट्स का उपयोग सी आर पी के दौरान किया जा रहा है। यह विज्ञान किट्स बहुत ही बेहतरीन और सम्पूर्ण है जिनके द्वारा बहुत से प्रयोग कम समय में व भारी उपकरणों  के बगैर ही करवाए जा सकते हैं।  आजकल भी समाज में विभिन्न अंधविश्वास व्याप्त है, अंधविश्वास एक वैश्विक समस्या बनी हुई है। कुछ शातिर लोग समाज में कार्यरत हैं जो कि यदाकदा अपना शिकार फांस कर उस परिवार का भविष्य बर्बाद कर देते हैं। सी आर पी के दौरान विज्ञान शिक्षक बच्चों को अंधविश्वास निवारण के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
अखबारों में खबरों की कतरने 




दर्शन लाल बवेजा विज्ञान अध्यापक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर द्वारा प्रस्तुत