बच्चों ने मापी पृथ्वी के परिधि Experiment Circumference Of Earth
आज बसंत विषुव के दिन मुकुन्द लाल पब्लिक स्कूल, सरोजनी कॉलोनी, यमुनानगर में पृथ्वी की परिधि मापने
का प्रयोग करवाया गया। इस प्रयोग व कार्यशाला संचालन डाक्टर ममता वर्मा सचदेवा ने
किया। कार्यक्रम में सबसे पहले दो घंटे बच्चों को इरैटोस्थनीज, इसोन धूमकेतु, उन्नयन कोण, त्रिकोणमिति,
सूर्यकोण मापन, न्यूनतम परछायी, अक्षांशीय व देशान्तर रेखाओं आदि की सैद्धान्तिक जानकारियाँ दी गई। इन
जानकारियों को विडियो और पावर पाइंट प्रस्तुतीकरण के द्वारा दिखाया गया। इस प्रयोग
में पन्द्रह समूहों में कुल अस्सी विद्यार्थियों ने भाग लिया।
ग्यारह बजे से एक बजे तक सीवी रमण विज्ञान क्लब के
प्रभारी दर्शन लाल बवेजा ने बच्चों को पृथ्वी की परिधि मापने का प्रयोग करना
सिखाया जिसमें पाँच-पाँच विद्यार्थियों का समूह बनाकर जमीन पर लंबवत खड़ी नोमोन
(छड़ी) की परछायी को पांच पांच मिनट के अंतराल पर नाप कर दर्ज किया गया। छड़ी की
परछायी जब घटते-घटते न्यूनतम हो जाती है तो उसे माप लेते हैं और त्रिकोणमिति के
सूत्रों की सहायता से सूर्यकोण ज्ञात कर लेते हैं। इसके बाद विशेष प्रकार की
गणनाओं से पृथ्वी की परिधि ज्ञात की गई तथा परिणामों को फ्राँस की अंतर्राष्ट्रीय
संस्था को ईमेल द्वारा भेजा गया।
प्रगति विज्ञान संस्था के राष्ट्रीय सयोंजक दीपक
शर्मा में बताया कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे इस प्रयोग में बहुत से देशों के
बच्चे भाग ले रहे हैं। इनमें फ्राँस, अर्जेंटीना,
स्पेन, मलेशिया, जर्मनी,
कनाडा, स्लोवेनिया, मोरक्को,
रोमानिया, सर्बिया, माल्टा,
मिश्र तथा अमेरिका आदि देशों के बच्चे शामिल हैं।
भारत में हरियाणा, उत्तर
प्रदेश, दिल्ली, जम्मू तथा कश्मीर,
गुजरात, असम, महाराष्ट्र,
राजस्थान, उत्तराखंड राज्यों के बच्चे इस
प्रयोग को 20, 21 मार्च को कर रहे हैं।
पांच अप्रैल को इस प्रयोग को करने वाले सभी देशों के बच्चे एक अंतर्राष्ट्रीय
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आपस में रूबरू होंगे और प्रयोग से संबंधित अपने
अनुभव साँझे करेंगे तथा प्रयोग के परिणाम घोषित किए जाएँगे। सबसे कम त्रुटि के साथ
पृथ्वी की परिधि मापने वाले समूह को अंतर्राष्ट्रीय प्रमाण पत्र से नवाजा जाएगा।
इस अवसर पर आंचल, अमन
काम्बोज, पारस, कार्तिक, सक्षम, अमन सैनी, इशिता
काम्बोज, रीमा कुमार, अनुराग, पारस बत्रा, श्रेया, पार्थवी
बवेजा, सोनाली, दीक्षित बत्रा, अंकुर, इशिका मक्कड़, विश्वा,
अनुकृती अग्निहोत्री, अक्षित अरोड़ा,कार्तिक काम्बोज, आदि प्रतिभागियों ने यह प्रयोग किया और गणना की।
इस अवसर पर डॉ॰ ममता वर्मा, मेघा शर्मा, पूजा कालरा, किरण
मनोचा, रीमा मालिक, मुक्ता भाटिया,
दर्शन लाल, श्रीश शर्मा आदि अध्यापकों ने
सहयोग दिया।
आंकड़े इस प्रकार रहे .....
अखबारां में
प्रयोगकर्ताओं का प्रदर्शन निरन्तर सुधर रहा है, बधाई स्वीकारें।
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