ब्रौंक्स हाई स्कूल ऑफ साइंस : एक विज्ञान विद्यालय ऐसा भी Bronx HS of Science
उस स्कूल में कौन अपने
बच्चे नहीं पढ़ाना चाहेगा जहां नोबल पुरस्कार विजेता और पुलित्जर पुरस्कार विजेताओं
की नर्सरी तैयार होती है। आज अमर उजाला अखबार व अंतर्जाल पर विभिन्न साइटों पर एक
ऐसे ही एक स्कूल की जानकारी मिली जहां के कुल 8 भूतपूर्व छात्रों को महान नोबल पुरस्कार मिला है।
7 को भौतिकी में और इस बार
पहला रसायन में मिला है। तो क्यूँ ना क्लब सदस्यों को ऐसे स्कूल से वाकिफ करवाया जाए जहां बचपन से ही ऐसा वातावरण तैयार किया जता है कि बाल मन में विज्ञान के क्षेत्र में शोध करने की प्रेरणा मिले। भारत में भी ऐसे स्कूलों की खास आवश्यकता है जो खेल और विज्ञान में देश को उत्कृष्ट बालक खोज कर दे और वो बालक वैज्ञानिक और खिलाड़ी बन कर देश का नाम रोशन कर सकें।
न्यूयॉर्क
सिटी का यह हाई स्कूल इन दिनों सुर्खियों में है, क्योंकि पिछले दिनों इस
स्कूल के एक पूर्व छात्र रॉबर्ट लेफकोविट्ज को इस वर्ष रसायन विज्ञान के क्षेत्र
में नोबल पुरस्कार दिया गया है। यह कदाचित अकेला ऐसा हाई स्कूल है, जिसके आठ पूर्व छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार से
सम्मानित किया गया है।
वर्ष 1938 में स्थापित यह स्कूल अमेरिका के आम सार्वजनिक हाई स्कूलों की तरह ही
है, लेकिन इसे विज्ञान की प्रारंभिक शिक्षा के लिए
विशेष रूप से जाना जाता है। गणित एवं विज्ञान की पढ़ाई के लिए मशहूर इस स्कूल में
मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान की भी पढ़ाई होती है। इस स्कूल में दाखिला प्रवेश
परीक्षा के जरिये होता है, जिसमें हर वर्ष लगभग 20,000 से ज्यादा छात्र हिस्सा लेते हैं। पहले इस स्कूल में लड़कों को ही
दाखिला मिलता था, लेकिन इसके पहले प्रिंसिपल मोरिस मेइस्टर के
प्रयासों से वर्ष 1946 से इसमें लड़कियों को भी दाखिला मिलने लगा।
उन्होंने इस स्कूल पर अपनी गहरी छाप छोड़ी थी। मसलन, उन्होंने स्कूल भवन के लिए
हरे और सुनहरे रंग का चयन किया,
जो क्रमशः क्लोरोफिल एवं
सूर्य का प्रतीक है और दोनों रंग जीवन के लिए जरूरी होते हैं।
न्यूयॉर्क के अन्य स्कूलों
की तरह इसे भी सरकारी सहायता प्राप्त है, पर यहां विज्ञान की पढ़ाई
के लिए विशेष कार्यक्रम हैं। यहां छात्रों को शोध के लिए एक परामर्शदाता और
प्रयोगशाला की आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। यह स्कूल नोबल के लिए ही नहीं, बल्कि छह पूर्व छात्रों द्वारा पुलित्जर पुरस्कार हासिल करने के लिए
भी जाना जाता है। नोबल पुरस्कार पाने वाले पूर्व छात्रों के चित्र वाला एक पोस्टर दरवाजे पर लगा है, इस स्कूल की 17
एथलेटिक्स टीम भी हैं।
(अमर उजाला अखबार)
प्रस्तुति: सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर, हरियाणा
द्वारा: दर्शन बवेजा,विज्ञान अध्यापक,यमुना नगर, हरियाणा
वाह....
ReplyDeleteक्या स्कूल है
ज्ञान विज्ञानं के सम्बन्ध में रोचक एवं ज्ञान वर्धक प्रेरक जानकारी है , वैज्ञानिक दृष्टिकोण के बाधक है अंध श्रधा अंध विश्वास तंत्र मंत्र के काल्पनिक विश्वास ये सभी विज्ञानं को बिज्ञान बनाते हैं बच्चों को ऐसी मानसिकता से बचना चाहिए हम भी अपने देश में ऐसा ही आदर्श स्कूल स्थापित कर सकते है, हम में है विश्वास.............................................
ReplyDeleteए.पी खान
भोपाल