Wednesday, May 16, 2012

शुक्र पारगमन की प्रशिक्षण कार्यशालाएं TOV Workshops

शुक्र पारगमन की प्रशिक्षण कार्यशालाएं TOV Workshops
सोलर फिल्टर से अवलोकन
शुक्र पारगमन का सुरक्षित एवं भव्य अवलोकन के लिए आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में एक दिवसीय शुक्र पारगमन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र धींगडा ने बताया कि  इस कार्यशाला में ४० छात्र छात्रओं को पिनहोल कैमरा,बाक्स कैमरा, पानी में सूर्य का प्रतिबिम्ब बनाना, टेलीस्कोप व बाइनाकुलर से प्रतिबिम्ब प्राप्त करना और सोलर फिल्टर से सूर्य को देखना आदि का प्रशिक्षण दिया गया। जैसा कि पता ही है कि 6 जून 2012 को शुक्र पारगमन होने जा रहा है।
6 जून 2012 को शुक्र ग्रह का पारगमन होने जा रहा है, अर्थात् शुक्र ग्रह सूर्य के सामने से होकर गुजरेगा। यह बहुत दुर्लभ खगोलीय घटना होने के कारण खगोलविज्ञानियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विज्ञान एवं तकनीकी विभाग ने इस  दुर्लभ खगोलीय घटना के सुरक्षित अवलोकन के लिए देश भर में व्यापक प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इसी के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स द्वारा स्कूलों में शुक्र पारगमन के सुरक्षित अवलोकन का प्रशिक्षण  दिया जाना है।
मास्टर दर्शन लाल ने इस बारे बच्चो को विस्तार से बताया और सूर्य का प्रतिबिम्ब प्राप्त करने के बहुत से तरीके बताए।
क्या करें?
केवल सौर डिस्क का प्रक्षिप्त बिम्ब देंखे।
दूरबीन/बाइनाक्यूलर और पिनहॉल कैमरा से सूर्य के बिम्ब का प्रेक्षेपण पिन होल, दूरबीन या बाइनाक्यूलर की एक जोड़ी द्वारा एक छायादार दीवार पर सूर्य के प्रतिबिम्ब को प्रेक्षिपित करें।
केवल वैज्ञानिक रूप से जांचे गये सौर फिल्टर का इस्तेमाल करक ही सूर्य की ओर देखना चाहिए। ध्यान देने वाली बात है कि सिर्फ तीक्ष्ण दृष्टि वाले व्यक्ति ही सूर्य के डिस्क पर शुक्र को एक छोटे काले धब्बे के रूप में देख सकेंगे। पारगमन के दौरान काला धब्बा सौर डिस्क के उत्तरी भाग में पूर्व से पश्चिम की ओर पार करता दिखाई देगा।
क्या न करें?
बिना सुरक्षित सौर फिल्टर के, खुली आंखों से पारगमन की किसी भी कला को देखने का प्रयास न करें।
दूरबीन या बाइनाक्यूलर से सीधे कभी न देखें।
धुएंदार कांच, रंगीन फिल्म, धूप के चश्मे, अनवरित श्वेत-श्याम फिल्म, फोटोग्राफिक ट्रल डेन्सिटी फिल्टर तथा पोलराइजिंग फिल्टरों का इस्तेमाल न करें। ये सभी सुरक्षित नहीं हैं।
फिल्टर के साथ भी सूर्य की ओर लगातार न देखें, कुछ सकेंड के अंतराल पर देखें।

सौर प्रक्षेपक बनाना
स्कूल प्रांगण में आसपास के विभिन्न स्कूलों के बच्चो को क्लब सदस्यों के साथ शुक्र पारगमन का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला में ४० छात्र छात्रओं को पिनहोल कैमरा व सौर प्रक्षेपक से सूर्य को  प्रतिबिम्बित करना और सोलर फिल्टर से सूर्य को देखना आदि का प्रशिक्षण दिया गया। जैसा कि पता ही है कि 6 जून 2012 को शुक्र पारगमन होने जा रहा है। इसके साथ साथ बच्चो को सुरक्षित सूर्य अवलोकन भी करवाया गया। क्लब सदस्यों ने अलाहर गांव में शुक्र पारगमन अवलोकन के लिए लोकेशन का चयन भी किया जहां पर 6 जून 2012 को शुक्र पारगमन अवलोकन कैम्प का आयोजन भी किया जाएगा। 
सौर प्रक्षेपक से सूर्य का प्रतिबिम्ब
बच्चों ने अपना अपना सौर प्रक्षेपक बनाया, इसको बनाने के लिए एक गेंद लेते हैं उस की साथ पर कहीं भी समतल दर्पण का टुकड़ा चिपकाते हैं। अब उस गेंद को रेत से भरे गिलास में इस प्रकार रखते हैं कि समतल दर्पण की चमकदार सतह सूर्य की और रहे और सूर्य की चमक (प्रतिबिम्ब) को दीवार पर या कागज पर फोकसित कर लेते हैं। 
यह अवलोकन का काफी प्रभावी तरीका है और इस में एक काले बिंदु के रूप में शुक्र ग्रह गतिमान दिखाई देगा।
पिनहोल कैमरा से 
इस अवसर पर कपिल, विशु, शिल्पा, दिव्या, शिवम, सोनम, प्रियंका, मनीष, जतिन, आकाश, शिवानी, दिव्या, अरुण, शिवम, पांडुरंगा आदि ने विशेष योगदान दिया।
पिनहोल कैमरा बनाते क्लब सदस्य
            
प्रस्तुति :- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा :- दर्शन बवेजा,विज्ञान अध्यापक,यमुना नगर,हरियाणा

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