आकाश दर्शन के प्रेमियों के लिए मार्च महीना Sky Watching in March 2012
मार्च का महीना आकाश दर्शनार्थियों के लिए बहुत बेहतरीन दृश्य प्रस्तुत करेगा।
एक नहीं दो नहीं पुरे पांच पांच ग्रह,
वो भी नग्न आँख से देखने के लिए,
बस पहचानने के लिए नज़र चाहिए,
कुछ आप प्रयास करो कुछ मदद हम करते हैं ।
सी.वी. रमण विज्ञान क्लब के सदस्य तो माहिर हो चुके है आकाश दर्शन में,
शुक्र,बृहस्पति,शनि,मंगल,बुध और साथ में चंदमा की अठखेलियाँ,
खास नज़ारे .....
3 मार्च 2012 शनिवार यानी आज रात 1 AM से 2 AM के बीच पृथ्वी सूर्य और मंगल के बीच से गुजरेगी यह स्तिथि 4 व 5 मार्च को भी रहेगी, इन दिनों मंगल पृथ्वी के सबसे निकट होगा और अपनी चिरपरिचित लाल चमक के साथ आकाश पर विराजमान होगा मंगल का यह अद्भुद दृश्य 7 मार्च 2012 को पूर्ण चन्द्र के साथ देखने वाला होगा।
मंगल को पहचानना आसान है।
नियम वही है तारे टिमटिमाते हैं और ग्रह नहीं,
ग्रह ऐसे लगते है जैसे कोई बल्ब दूर रौशनी फैला रहा हो,
मंगल ग्रह की यह स्तिथि दो वर्षों के बाद आती है।
खगोलविदों की भाषा में इस घटना को अपोजिशन आफ मार्स (an opposition of Mars) कहते है।
5 मार्च 2012 को मंगल अपने कक्ष में पृथ्वी के 100 मिलियन किलोमीटर (62 लाख मील) नजदीक होगा और जब सन् 2013 में अपनी दीर्घ वृत्तिय कक्षा में अपनी पृथ्वी से अधिकतम दूरी पर होगा तो इसकी चमक आज कल की चामल से 1/9 रह जायेगी
7 - 8 मार्च 2012 को पूर्ण चंद्रमा के साथ देखा गया मंगल ग्रह अपनी लाल चमक के साथ,
12-13 मार्च 2012 को तैयार रहें वीनस और जुपिटर यानी शुक्र और बृहस्पति अपनी अधिकतम निकटता के साथ,
मार्च 2012 के प्रथम व दूसरे सप्ताह में लगातार वीनस और जुपिटर यानी शुक्र और बृहस्पति नजदीक आते रहेंगे, 13 मार्च को शुक्र और बृहस्पति निकटतम होंगे।
यह नज़ारा विलक्षण है।
इसलिए इसका आनंद लें।
आज 13 मार्च का दिन है और आज ये दोनों अपनी न्यूनतम दूरी पर हैं। आज क्लब सदस्यों ने इस घटना का नज़ारा लिया और इसी के साथ क्लब की यह गतिविधि पूरी होती है।
वैसे तो पूरे मार्च महीने तक सदस्य आकाश पर नजर रखेंगे और अब सब को काफी आदत हो गयी है आकाश दर्शन की।
आकाश दर्शन एक नियमित गतिविधि है अब सब सदस्यों को शुक्र पारगमन के लिए थोड़ा थोड़ा प्रशिक्षण दिया जाता रहेगा।
पोस्ट को अपडेट किया जाता रहेगा
मार्च का महीना आकाश दर्शनार्थियों के लिए बहुत बेहतरीन दृश्य प्रस्तुत करेगा।
एक नहीं दो नहीं पुरे पांच पांच ग्रह,
वो भी नग्न आँख से देखने के लिए,
बस पहचानने के लिए नज़र चाहिए,
कुछ आप प्रयास करो कुछ मदद हम करते हैं ।
सी.वी. रमण विज्ञान क्लब के सदस्य तो माहिर हो चुके है आकाश दर्शन में,
शुक्र,बृहस्पति,शनि,मंगल,बुध और साथ में चंदमा की अठखेलियाँ,
खास नज़ारे .....
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मार्च 2010 की मंगल की तस्वीर |
मंगल को पहचानना आसान है।
नियम वही है तारे टिमटिमाते हैं और ग्रह नहीं,
ग्रह ऐसे लगते है जैसे कोई बल्ब दूर रौशनी फैला रहा हो,
मंगल ग्रह की यह स्तिथि दो वर्षों के बाद आती है।
खगोलविदों की भाषा में इस घटना को अपोजिशन आफ मार्स (an opposition of Mars) कहते है।
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opposition of Mars |
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10 मार्च 2012 यमुनानगर |
7 - 8 मार्च 2012 को पूर्ण चंद्रमा के साथ देखा गया मंगल ग्रह अपनी लाल चमक के साथ,
12-13 मार्च 2012 को तैयार रहें वीनस और जुपिटर यानी शुक्र और बृहस्पति अपनी अधिकतम निकटता के साथ,
मार्च 2012 के प्रथम व दूसरे सप्ताह में लगातार वीनस और जुपिटर यानी शुक्र और बृहस्पति नजदीक आते रहेंगे, 13 मार्च को शुक्र और बृहस्पति निकटतम होंगे।
यह नज़ारा विलक्षण है।
इसलिए इसका आनंद लें।
आज 13 मार्च का दिन है और आज ये दोनों अपनी न्यूनतम दूरी पर हैं। आज क्लब सदस्यों ने इस घटना का नज़ारा लिया और इसी के साथ क्लब की यह गतिविधि पूरी होती है।
वैसे तो पूरे मार्च महीने तक सदस्य आकाश पर नजर रखेंगे और अब सब को काफी आदत हो गयी है आकाश दर्शन की।
आकाश दर्शन एक नियमित गतिविधि है अब सब सदस्यों को शुक्र पारगमन के लिए थोड़ा थोड़ा प्रशिक्षण दिया जाता रहेगा।
पोस्ट को अपडेट किया जाता रहेगा
सचमुच यह महीना आकाश दर्शन के लिए बहुत अच्छा है !
ReplyDeleteधन्यवाद सर जी
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