राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला का भ्रमण भाग-१ National Physical Laboratory New Delhi Part-1
देश की राजधानी दिल्ली मे बहुत कुछ ऐसा भी है जो विज्ञान शिक्षार्थियों,शोधार्थियों के लिए बहुत महत्व रखता है ऐसा ही एक स्थान मुझ अपने दिल्ली मे एन.पी. एल. अतिथिगृह प्रवास के दौरान देखने को मिला.
यह स्थान है राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला,पूसा न्यू दिल्ली जिसके बारे मे कहा जाता है A Premier Research Laboratory in India in the Field of Physical Sciences.
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National Physical Laboratory |
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डा.आर.पी.पन्त के साथ |
9 से 12 जनवरी 2012 के दिल्ली दौरे मे मेरी NPL देखने की इच्छा पूरी हुई. मै अपने मित्र मैसूर कर्नाटक के अध्यापक महेश चंद्र और भुवनेश्वर ओडिसा के नवीन जी के साथ राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला पहुंचा.थोड़ी सी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद हम पहुंचे सबसे पहले डा.आर.पी.पन्त जी की लैब 'सामग्री अभिलक्षण प्रभाग' (Materials Characterization Division) मे,जहां डा.पन्त ने हमे विस्तार से चुम्बकीय तरल पदार्थ(magnetic fluids) के बारे मे बताया.चुम्बकीय-द्रव,चुंबकीय नैनोकणों के कोलाइडयन निलंबन हैं
इसे ferrofluid भी कहा जाता है फेरोफल्युड एक तरल है जो चुम्बकीय क्षेत्र की उपस्थिती मे शक्तिशाली ढंग से चुम्बकीय हो जाता है यह एक कोलाइडयन निलंबन की तरह है जो नैनोस्केल माप के फेरोमेगनेटिक कण किसी करियर द्रव मे लटके रहते हैं.इन फेरोमेगनेटिक कणों का व्यास 10 नैनोमीटर या उस से भी कम होता है.फेरोफल्युड या द्रव बनाने के लिए तीन पदार्थ चाहियें.बनाने की विधि यहाँ देखें.
१.आर्द्रक १०%(surfactant 10%)
२.चुम्बकीय ठोस पदार्थ जैसेFeCl3,FeCl2 5 %(Magnetic Solid)
३.कैरियर या सम्वाहक द्रव 85 % (85% Carrier)
surfactant के रूप में oleic एसिड,और वाहक द्रव कणों निलंबित के रूप में मिट्टी के तेल का प्रयोग किया जा सकता है.
डा.आर.पी. पन्त जी ने बताया कि फेरोफल्युड के बहुत अनुप्रयोग है इसका प्रयोगों का भविष्य बहुत ही उज्जवल है.फेरोफल्युड का उपयोग कैंसर से लड़ने के लिए किया जाता है.डा.आर.पी.पन्त ने हमें बताया कि फेरोफल्युड का उपयोग कृषि मे किये जाने की अपार सम्भावनाएं हैं यदि ऐसा हो जाता है तो यह एक नयी कृषि क्रान्ति होगी.यहाँ हमने फेरोफल्युड के बारे मे और भी बहुत सी जानकारियाँ मिली. डा.पन्त ने हमें बताया कि जनवरी २०१३ मे एन.पी.एल.फेरोफल्युड पर क अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजित करवाने जा रहा है जिसमे देश विदेश से वैज्ञानिक,डेलिगेटस भाग लेंगें.डा.पन्त ने हमें इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस मे भाग लेने के लिए प्रेरित किया.यदि कोई इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस मे भाग लेना चाहता है तो वो इस लिंक 13th ICMF पर जा कर अपना पंजीकरण करवा सकता है.
फेरोफल्युड के कुछ अन्य उपयोग......
१.कुछ इलेक्ट्रोनिक युक्तियों मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
२.यांत्रिक अभियांत्रिकी मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
३.अंतरिक्ष यान और विमान निर्माण तकनीक मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
४.विश्लेषणात्मक उपकरण बनाने मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
५.थर्मोमेग्नेटिक ऊष्मा संवहन मे
६.प्रकाशिकी मे
७.विभिन्न प्रकार की कलात्मक आकृतियाँ बनाने मे जैसे बेबिलोनियन स्तम्भ आदि
बाकी का विवरण आगामी किस्तों मे वर्णित किया जाएगा ........
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ferrofluid |
१.आर्द्रक १०%(surfactant 10%)
२.चुम्बकीय ठोस पदार्थ जैसेFeCl3,FeCl2 5 %(Magnetic Solid)
३.कैरियर या सम्वाहक द्रव 85 % (85% Carrier)
surfactant के रूप में oleic एसिड,और वाहक द्रव कणों निलंबित के रूप में मिट्टी के तेल का प्रयोग किया जा सकता है.
डा.आर.पी. पन्त जी ने बताया कि फेरोफल्युड के बहुत अनुप्रयोग है इसका प्रयोगों का भविष्य बहुत ही उज्जवल है.फेरोफल्युड का उपयोग कैंसर से लड़ने के लिए किया जाता है.डा.आर.पी.पन्त ने हमें बताया कि फेरोफल्युड का उपयोग कृषि मे किये जाने की अपार सम्भावनाएं हैं यदि ऐसा हो जाता है तो यह एक नयी कृषि क्रान्ति होगी.यहाँ हमने फेरोफल्युड के बारे मे और भी बहुत सी जानकारियाँ मिली. डा.पन्त ने हमें बताया कि जनवरी २०१३ मे एन.पी.एल.फेरोफल्युड पर क अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजित करवाने जा रहा है जिसमे देश विदेश से वैज्ञानिक,डेलिगेटस भाग लेंगें.डा.पन्त ने हमें इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस मे भाग लेने के लिए प्रेरित किया.यदि कोई इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस मे भाग लेना चाहता है तो वो इस लिंक 13th ICMF पर जा कर अपना पंजीकरण करवा सकता है.
फेरोफल्युड के कुछ अन्य उपयोग......
१.कुछ इलेक्ट्रोनिक युक्तियों मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
२.यांत्रिक अभियांत्रिकी मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
३.अंतरिक्ष यान और विमान निर्माण तकनीक मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
४.विश्लेषणात्मक उपकरण बनाने मे फेरोफल्युड का प्रयोग होता है.
५.थर्मोमेग्नेटिक ऊष्मा संवहन मे
६.प्रकाशिकी मे
७.विभिन्न प्रकार की कलात्मक आकृतियाँ बनाने मे जैसे बेबिलोनियन स्तम्भ आदि
बाकी का विवरण आगामी किस्तों मे वर्णित किया जाएगा ........
प्रस्तुति :- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा :- दर्शन बवेजा,विज्ञान अध्यापक,यमुना नगर,हरियाणा