Thursday, August 04, 2011

किस ने बुझा दी मेरी मोमबत्तियाँ ? Blow out candles

किस ने बुझा दी मेरी मोमबत्तियाँ ? Blow out candles 
बच्चों के मुहँ  पर बस एक ही बात रहती है बस सर कोई प्रयोग कर के दिखाओ, 
असल मे बच्चे बहुत जिज्ञासु होते है और अगर उन को ये आभास हो जाए कि कोई है जो उन की जिज्ञासा को शांत कर सकता है तो बस उस अध्यापक के पीछे पीछे सारे .. सर जी ..सर जी ...
चलो फिर करते हैं एक प्रयोग कि 
मोमबत्तियाँ बुझ जाएँ और पता भी ना चलें किस ने बुझाई तो ऐसा जादू  देखने के लिए सब ने हाँ कर दी और लग पड़े सामान एकत्र करने. 
क्या क्या चाहिए ??
सोडियम बाईकार्बोनेट (मीठा सोडा), एसेटिक एसिड (सिरका), काँच का पारदर्शक बर्तन, कुछ जलती हुई मोमबत्तियाँ   
कैसे किया जाए यह ??
NaHCO3
CH3COOH
काँच के पारदर्शक बर्तन मे दो चम्मच सोडियम बाईकार्बोनेट (मीठा सोडा) लेकर उस मे तनु एसेटिक एसिड (सिरका) डाल देते है थोड़ी सी झाग बनती है जो कि बाद मे बननी बंद हो जाती है अब इस काँच के बर्तन को उठा कर थोड़ा सा तिरछा कर के जलती हुई मोमबत्तियों के पास ले जाते हैं वो बुझती चली जाती हैं.
सब वाह वाह करते हैं.
CO2




क्यूँ हुआ ऐसा ??  
सोडियम बाईकार्बोनेट (मीठा सोडा) की एसेटिक एसिड (सिरका) के साथ काँच के पारदर्शक बर्तन मे रासायनिक क्रिया के फलस्वरूप CO2 गैस बनती है जब बर्तन को उठा कर थोड़ा सा तिरछा कर के जलती हुई मोमबत्तियों के पास ले जाते हैं वो बुझती चली जाती हैं. क्यूंकि CO2 कार्बन डाईआक्साईड गैस जलती हुई वस्तु की आग को बुझा देती है. 
ये है इस की रासायनिक क्रिया की समीकरण  
NaHCO3 + CH3COOH  ----> CO2 + H2O  + CH3COONa 


देखें यह विडियो 





  • प्रस्तुति :- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
  • द्वारा :-दर्शन बवेजा,विज्ञान अध्यापक,यमुना नगर,हरियाणा
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