विज्ञान पहेली-8 Science Quiz-8(और Science Quiz-7का उत्तर)
अफ़सोस के साथ बताना पड़ रहा है पिछली पहेली की तरह इस पहेली का जवाब भी कोई ना दे सका
मान्यवर आशीष मिश्रा जी का प्रयास सराहनीय था उनको बधाईयाँ …….
अब मैंने तो बताना ही है इसका ज़वाब
तो फिर लीजिए,
इस कंकाल का चित्र मेरे कंकाल चित्र संग्रह से लिया गया था,विभिन्न विश्वविद्यालयों और संग्रहालयों से लिए गए चित्रों से मेरे पास अच्छा ख़ासा संग्रह है जिस ने मुझे कंकाल के अध्ययन के लिए प्रेरित किया |
बिल्ली प्रजाति के जीवों के कंकालो में दांत,लम्बाई,ऊँचाई का ही अंतर होता है खैर
यह कंकाल भारत में बहुतायत में पाए जाने वाले जीव तेन्दूआ Panther का है
पहेली में भाग लेने वाले सभी सुधीजनो का बहुत बहुत धन्यवाद .......
*******************************************************************************
पहेली का जवाब 30-3-2011 , 9 बजे तक दे सकते है |
यह कहाँ का और किसका चित्र है?
प्रस्तुति:- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन बवेजा,विज्ञान अध्यापक,यमुना नगर,हरियाणा
विज्ञानं संचार में अपना योगदान दें इस ब्लॉग के फालोअर बन कर
अफ़सोस के साथ बताना पड़ रहा है पिछली पहेली की तरह इस पहेली का जवाब भी कोई ना दे सका
मान्यवर आशीष मिश्रा जी का प्रयास सराहनीय था उनको बधाईयाँ …….
अब मैंने तो बताना ही है इसका ज़वाब
तो फिर लीजिए,
इस कंकाल का चित्र मेरे कंकाल चित्र संग्रह से लिया गया था,विभिन्न विश्वविद्यालयों और संग्रहालयों से लिए गए चित्रों से मेरे पास अच्छा ख़ासा संग्रह है जिस ने मुझे कंकाल के अध्ययन के लिए प्रेरित किया |
बिल्ली प्रजाति के जीवों के कंकालो में दांत,लम्बाई,ऊँचाई का ही अंतर होता है खैर
यह कंकाल भारत में बहुतायत में पाए जाने वाले जीव तेन्दूआ Panther का है
पहेली में भाग लेने वाले सभी सुधीजनो का बहुत बहुत धन्यवाद .......
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विज्ञान पहेली -8 Science Quiz -8*******************************************************************************
पहेली का जवाब 30-3-2011 , 9 बजे तक दे सकते है |
यह कहाँ का और किसका चित्र है?
प्रस्तुति:- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन बवेजा,विज्ञान अध्यापक,यमुना नगर,हरियाणा
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nuclear plant
ReplyDeleteAlvin W. Vogtle Electric Generating Plant
ReplyDeletenuclear power plant located in Burke County, near Augusta and Waynesboro, Georgia.
हर बार अनुत्तरित पहेली देखकर मन खिन्न हो रहा है ! समझ में नहीं आ रहा है कि लगातार ऐसा क्यों हो रहा है .... क्या ये पहेलियाँ वाकई इतनी कठिन हैं ?
ReplyDelete-
मुझे लगता है जवाब तक पहुँचने के प्रयास में कमी है !
जागो मित्रों जागो
ये सिलसिला अब टूटना ही चाहिए !
-
पूरा यकीन है कि इस पहेली का जवाब मिलेगा ही मिलेगा !
न्यूक्लियर प्लांट..
ReplyDeleteयह चित्र परमाणी प्लांट ओर उस के रिएक्टरों के हे, अब हे कहां? तो अगर भारत मे हुये तो जरुर यह भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर के ही होंगे,
ReplyDeleteTarapur Atomic Power Station
ReplyDeleteraavtbhaata
ReplyDeleteरावतभाटा पावर प्लांट
ReplyDeleteपरमाणी नही जी परमाणू पढे, लेकिन यह भाभा कहां हे यह मुझे मालुम नही..
ReplyDeleteआशीष मिश्रा जी को बधाई जी
ReplyDeleteRawatbhata, District Chittorgarh, Rajasthan, the Units 3&4 of the Rajasthan Atomic Power Station (RAPS-3&4)
ReplyDeleteहोली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
ReplyDeleteआइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।
होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
ReplyDeleteआइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।
प्रतिबंधित कीटनाशक हैं 12 रोगों की जड़
ReplyDeleteहाल ही में कंज्यूमर वॉयस नामक एक एनजीओ द्वारा तैयार अध्ययन रिपोर्ट में बताया गया कि सब्जियों और फलों में प्रतिबंधित कीटनाशकों का प्रयोग हो रहा है। वैश्विक स्तर पर प्रतिबंधित पांच कीटनाशकों की मात्रा सब्जियों और फलों में पाई गई है। इस रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने राजधानी में बिक रही सब्जियों में प्रतिबंधित कीटनाशकों के प्रयोग के लिए सरकार को फलों और सब्जियों की जांच का आदेश दिया है। हमारी सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कितनी लापरवाह है इसे दिल्ली के उदाहरण से समझा जा सकता है। दिल्ली सरकार के प्रिवेंशन ऑफ फूड एडल्टरेशन (पीएफए) की जिम्मेदारी है कि वह मंडियों में फल-सब्जियों के नमूने ले और जांच में गड़बड़ी पाने पर दोषियों को पकड़े। लेकिन इस विभाग ने पिछले तीन साल में दिल्ली की मंडियों में जाकर एक भी नमूना नहीं लिया। इससे आम लोगों की सेहत के प्रति सरकारी विभागों की उदासीनता का पता चलता है। जब देश की राजधानी का यह हाल है तो पूरे देश की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। दरअसल सब्जियों और फलों के ज्यादा से ज्यादा उत्पादन और मुनाफा कमाने के उद्देश्य से रसायनों का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। गर्भवती महिलाओं के आसान प्रसव के लिए प्रयोग किए जाने वाले ऑक्सीटोसिन नामक हारमोन का इस्तेमाल आज बहुत सारे पशुपालक और किसान पशुओं से अधिक दूध निकालने या अधिक मात्रा में सब्जियां उगाने के लिए करने लगे हैं। परीक्षणों से यह प्रमाणित हो चुका है कि फलों या सब्जियों को अधिक ताजा दिखाने के लिए उन्हें रसायनों में डुबो कर रखा जाता है। चिकित्सकों के मुताबिक इस तरह के फल व सब्जियों के सेवन से कैंसर सहित 12 तरह की बीमारियां होती हैं। तंत्रिका तंत्र के अचानक फेल होने, हृदय की धड़कन बढ़ने, रक्तचाप, कैंसर, गुर्दे की खराबी, चर्म रोगों, नपुंसकता के मामले तेजी से बढ़ने के पीछे खान-पान के साथ शरीर में जा रहे जहरीले रसायनों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। देखा जाए तो फलों-सब्जियों के साथ-साथ अन्य फसलों में भी नुकसानदेह कीटनाशकों का प्रचलन बढ़ा है। इसका एक कारण कृषि मित्र जीव-जंतुओं का विनाश भी है। पहले देसी कीटनाशकों का प्रयोग होता था, लेकिन जैसे ही रासायनिक कीटनाशक आए वैसे ही इन्हें अनुपयोगी मान लिया गया। नए कीटनाशकों ने मिट्टी की उर्वरता नष्ट करने और हवा-पानी को जहरीला बनाने के साथ ही कीटनाशकों की जरूरत को बढ़ा दिया। इससे किसानों पर अनावश्यक वित्तीय बोझ बढ़ा। इसे कपास के उदाहरण से समझा जा सकता है। 1960 के शुरू में कुल सात कीट ही कपास किसानों को परेशान कर रहे थे, लेकिन आज किसानों को 120 कीटों से जूझना पड़ रहा है जिनमें 70 बड़े कीटों की श्रेणी में आ गए हैं। जागरूकता के अभाव में कीटनाशकों का अनावश्यक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। उदाहरण के लिए फिलीपींस स्थित अंतरराष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) ने बताया कि एशिया में धान पर कीटनाशकों का इस्तेमाल करना पूरी तरह से धन और समय की बर्बादी है। इस बात का अहसास तब हुआ जब फिलीपींस, वियतनाम और बांग्लादेश के किसानों ने बिना रासायनिक कीटनाशकों के पहले से भी अधिक धान का उत्पादन किया। भारत में भी कीटनाशकों के बिना खेती का प्रचलन शुरू हो चुका है। आंध्र प्रदेश के 18 जिलों के ढाई लाख किसान बगैर कीटनाशकों के इस्तेमाल के फसल उगा रहे हैं और पैदावार में कोई गिरावट नहीं आई है। अब किसानों को अवांछित कीटों से नहीं जूझना पड़ रहा है। इससे न केवल पर्यावरण बिल्कुल साफ और सुरक्षित हो गया है, बल्कि कीटनाशकों के विषैले तत्वों का मानव और पशुओं पर दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ रहा है। ऐसे में कीटनाशक विहीन खेती का दायरा बढ़ाने की जरूरत है(रमेश दुबे,दैनिक जागरण,18.3.11)।
tarapur reactor,maharashtra
ReplyDeleteKaiga nuclear plant,karnatka
ReplyDeleteउत्तर गलत होने का डर न सताए,तो मैं हर बार भाग लूं।
ReplyDeleteCongrats ! @ Ashish
ReplyDeleteपहेली का जवाब कल को ३०-१३-२०११ को
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