मैग्नीशियम धातु को वायु में जलाया जा सकता है यह वायु में जल कर मैग्नीशियम आक्साईड MgO बनता है इस बनने वाले मैग्नीशियम आक्साईड को एकत्र कर के आगामी प्रयोगों के लिये रख लेते है|
मैग्नीशियम Mg धातु चमकीला श्वेत, ठोस पदार्थ है यह पृथ्वी पर पाए जाने वाले तत्वों में आठवाँ स्थान रखता है और भार के अनुपात में यह २% है|
आज इस को जला कर देखा गया पहले बच्चो को इस धातु से परिचित करवाया गया प्रयोगशाला में यह रिबन के रूप में उपलब्ध थी
मैग्नीशियम Mg के रिबन को पहले रेगमाल से रगड कर टेस्टटयूब होल्डर या चिमटे में पकड कर जलते स्प्रिट लैम्प की लो के पास लाया गया
गर्म होने के कुछ ही पलों में यह चमकदार ज्वाला के साथ जलना शुरू कर देता है जलने की क्रिया के फलस्वरूप सफेद रंग की राख बनती है इस् राख को कांच की एक प्लेट में एकत्र कर लेते है यह राख MgO मैग्नीशियम आक्साईड की होती है
इस अभिक्रिया की रासायनिक समीकरण
2Mg+O2-------->2MgO है |
सफ़ेद गाढ़ा धुँआ उठता है और तेज चमकदार लो बनती है आँखों से दूर रख कर और सेफ्टी गोगल्स पहन कर प्रयोग किया जाता है|
इस दहन के दौरान बनने वाली राख को एक परखनली में एकत्र कर लेते है|
इस परखनली में थोड़ा सा पानी डालते है और हिला कर घोलते है|
MgO + H2O → Mg(OH)2
अब इस जल और मैग्नीशियम आक्साईड MgO के विलयन में 2-3 बूंदे यूनिवर्सल इंडीगेटर की डालते है
तब इस विलयन के रंग को नोट करते है जो कि पर्पल कलर है इस का मिलान कलर सूचि से करने पर पता चला कि इस का ph मान 9-10 के बीच है
जल और मैग्नीशियम आक्साईड MgO के विलयन की प्रकृती क्षारीय 9-10 very much alkaline in nature है|
प्रस्तुति:- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन बवेजा ,विज्ञान अध्यापक ,यमुना नगर ,हरियाणा
मैग्नीशियम Mg धातु चमकीला श्वेत, ठोस पदार्थ है यह पृथ्वी पर पाए जाने वाले तत्वों में आठवाँ स्थान रखता है और भार के अनुपात में यह २% है|

आज इस को जला कर देखा गया पहले बच्चो को इस धातु से परिचित करवाया गया प्रयोगशाला में यह रिबन के रूप में उपलब्ध थी

मैग्नीशियम Mg के रिबन को पहले रेगमाल से रगड कर टेस्टटयूब होल्डर या चिमटे में पकड कर जलते स्प्रिट लैम्प की लो के पास लाया गया

गर्म होने के कुछ ही पलों में यह चमकदार ज्वाला के साथ जलना शुरू कर देता है जलने की क्रिया के फलस्वरूप सफेद रंग की राख बनती है इस् राख को कांच की एक प्लेट में एकत्र कर लेते है यह राख MgO मैग्नीशियम आक्साईड की होती है
इस अभिक्रिया की रासायनिक समीकरण
2Mg+O2-------->2MgO है |
सफ़ेद गाढ़ा धुँआ उठता है और तेज चमकदार लो बनती है आँखों से दूर रख कर और सेफ्टी गोगल्स पहन कर प्रयोग किया जाता है|

इस दहन के दौरान बनने वाली राख को एक परखनली में एकत्र कर लेते है|

इस परखनली में थोड़ा सा पानी डालते है और हिला कर घोलते है|
MgO + H2O → Mg(OH)2

अब इस जल और मैग्नीशियम आक्साईड MgO के विलयन में 2-3 बूंदे यूनिवर्सल इंडीगेटर की डालते है

तब इस विलयन के रंग को नोट करते है जो कि पर्पल कलर है इस का मिलान कलर सूचि से करने पर पता चला कि इस का ph मान 9-10 के बीच है
जल और मैग्नीशियम आक्साईड MgO के विलयन की प्रकृती क्षारीय 9-10 very much alkaline in nature है|
प्रस्तुति:- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन बवेजा ,विज्ञान अध्यापक ,यमुना नगर ,हरियाणा
बढ़िया प्रयोग ...
ReplyDeleteबहुत खुब जी अब हमे भी रुचि कर लगने लगा हे, आप लेख के संग यह भी लिखे कि इसे कोई घर मे कर सकता हे या नही, यानि एक चेतावनी जरुर लिखा करे, धन्यवाद
ReplyDeleteबहोत ही उपयोगी जानकारी ...........आभार
ReplyDeletevery useful and informative post .
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