लोटा,चावल,चाकू और शैतानी आत्माएं Evil Souls
तंत्री,तांत्रिक,सिद्ध,पीर,मोलवी,सयाना,बाबा,कलंदर आदि कई नामों से जाने जाते है ये वो लोग है जो मासूम लोग को आपनी ठगी का शिकार बनाते है और उनका शारीरिक ,मानसिक ,आर्थिक शोषण करते है|
लोटा,चावल,चाकू और शैतानी आत्माएं का खेल दिखा कर लोगो के भीतर घुसी बुरी आत्माओं को निकला जाता है |
एक लोटा लेकर उस मे चावल भर देते है फिर एक चाकू ले कर लोटे के बीच मे लगातार 25-30 बार ऊपर नीचे करते है बीच की वो जगह सख्त होने लगती है और चाकू को जकड़ लेती है और लोटा चाकू के ही साथ उठ जाता है |
चावल एक कोमल अनाज़ है जब चाकू से इसको ठोकते है तो उसके छोटे छोटे टुकड़े हो कर गैप्स मे फसते जाते है खास कर वो जगह जहाँ पर चाकू को ऊपर नीचे करते है वहाँ की डेंसिटी धनत्व बढ़ जाता है और चावलों के बीच चाकू जकड़ जाता है |
दक्षिण भारत के एक मंदिर मे इस ट्रिक का प्रयोग निसंतान स्त्री को सन्तान देने के लिए गर्भाधान मे रुकावट पैदा करने बुरी आत्मा को पकड़ने के लिए किया जाता था |
सभी जन इस प्रयोग को कर के जरूर देखे.
तंत्री,तांत्रिक,सिद्ध,पीर,मोलवी,सयाना,बाबा,कलंदर आदि कई नामों से जाने जाते है ये वो लोग है जो मासूम लोग को आपनी ठगी का शिकार बनाते है और उनका शारीरिक ,मानसिक ,आर्थिक शोषण करते है|
लोटा,चावल,चाकू और शैतानी आत्माएं का खेल दिखा कर लोगो के भीतर घुसी बुरी आत्माओं को निकला जाता है |
एक लोटा लेकर उस मे चावल भर देते है फिर एक चाकू ले कर लोटे के बीच मे लगातार 25-30 बार ऊपर नीचे करते है बीच की वो जगह सख्त होने लगती है और चाकू को जकड़ लेती है और लोटा चाकू के ही साथ उठ जाता है |
चावल एक कोमल अनाज़ है जब चाकू से इसको ठोकते है तो उसके छोटे छोटे टुकड़े हो कर गैप्स मे फसते जाते है खास कर वो जगह जहाँ पर चाकू को ऊपर नीचे करते है वहाँ की डेंसिटी धनत्व बढ़ जाता है और चावलों के बीच चाकू जकड़ जाता है |
दक्षिण भारत के एक मंदिर मे इस ट्रिक का प्रयोग निसंतान स्त्री को सन्तान देने के लिए गर्भाधान मे रुकावट पैदा करने बुरी आत्मा को पकड़ने के लिए किया जाता था |
सभी जन इस प्रयोग को कर के जरूर देखे.
प्रस्तुति:- सी.वी.रमन साइंस क्लब यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन बवेजा ,विज्ञान अध्यापक ,यमुना नगर ,हरियाणा
रोचक प्रयोग.
ReplyDeleteआभार.
रोचक प्रयोग ..
ReplyDeleteआभार ..
हूँ, काफी चर्चित प्रयोग है। अच्छा लगा, इसका विवरण फिर से पढना।
ReplyDelete---------
किसने कहा पढ़े-लिखे ज़्यादा समझदार होते हैं?
रोचक प्रयोग
ReplyDeleteआभार
बवेजा जी, बहुत बढ़िया ढंग से समझा दिया ... मैंने तो यह पहली बार सुना और देखा है। यकीनन ये पाखंडी बाबा आमजन को अपने पाखंडों के शिकंजे में कसे रखते हैं -- आप इस तरह की भ्रांतियों को जड़ से उखाड़ने के लिये प्रशंसनीय काम कर रहे हैं... शुभकामनाएं..
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